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एक तरफ तीसरी लहर का डर, दूसरी तरफ शहर मे बड़ी संख्या मे शादी कोरोना से बचने के लिए रखे इन बातो का ध्यान

 स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को काबू में रखने के लिए जुलाई के महीने के लिए एक नई रणनीति तैयार की है। इसके तहत शहर में अब शादी ब्याह के सीजन के खत्म होने के बाद अगले पंद्रह दिन तक किस तरह केस मिल रहे हैं, इस पर खास फोकस किया जाएगा। दरअसल, पिछले कुछ दिन में राजधानी में बहुत सी शादियां हुई है। इसके अलावा शादी ब्याह जैसे समारोह में बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही भी अन्य जिलों या प्रदेश में हुई है।

सभी जगह शादियां अनलॉक की स्थिति में हुई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को आशंका है कि अगले पंद्रह दिनों में केस बढ़ भी सकते हैं। हाल ही में कुछ परिवारों में शादी समारोह में शिरकत के बाद एक साथ दो से अधिक सदस्य संक्रमित मिले हैं। इसमें छोटी उम्र के बच्चे भी हैं। एक्टिव सर्विलांस के जरिए उन परिवारों पर भी नजर रखने की रणनीति बनाई जा रही है। जो बगैर टेस्ट करवाए कोरोना ट्रीटमेंट ले रहे हैं।

मेडिकल स्टोर्स में सर्दी खांसी बुखार के साथ कोरोना ट्रीटमेंट के लिए दी जाने वाली दवाएं ले जा रहे लोगों की लिस्ट फिर से मेंटेन रखने के लिए कहा गया है। पहली और दूसरी लहर के पीक के दौरान भी मेडिकल स्टोर्स को इसके लिए निर्देशित किया गया था। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेडिकल स्टोर्स के लिए ये आदेश फिर से जारी होने जा रहा है। इसके तहत कोरोना इलाज की दवाइयां ले जाने वालों के बारे में हर दिन जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देनी है।

जुलाई के पहले ही दिन 24 केस : जुलाई के पहले ही दिन रायपुर में 24 नए संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जून शहर के लिए राहत भरा रहा है। हर बार इस तरह की स्थिति नहीं रख सकती, इसलिए जुलाई के पहले पंद्रह दिनों के लिए इस तरह सतर्कता रखना जरूरी है। रायपुर में एक्टिव मरीजों की संख्या 199 के आसपास है। इनमें से ज्यादातर मरीज अभी होम आइसोलेशन में है। जून के महीने में मौत का आंकड़ा भी 29 रहा है। ऐसी स्थिति को लगातार बनाए रखने के लिए भी जुलाई के लिए खास सावधानी बरती जा रही है।

तीसरी लहर के लिए तैयारियां तेज
तीसरी लहर के मद्देनजर जानकारों का मानना है कि जुलाई के महीने में जितनी जल्दी हो सके, अस्पतालों और केयर सेंटर में तैयारियों को तेज करना चाहिए। ताकि अगर तीसरी लहर जैसी स्थिति आने वाले महीनों में आई भी तो पहले से बंदोबस्त रहें। रायपुर में आयुर्वेदिक कॉलेज में बच्चों के लिए 100 बेड के बिस्तर के अलावा, इंडोर स्टेडियम में भी 350 से अधिक बिस्तरों के साथ नवा रायपुर में भी 1000 बिस्तरों के अस्पताल की व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए 500 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर भी आएं जिनको सभी केंद्रों तक पहुंचाया जा रहा है।


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